पीएम मोदी के ‘मिशन राजस्थान’ को सफल बनाने में जुटा अल्पसंख्यक मोर्चा, तैयार की ये मजबूत रणनीति, जानें सबकुछ

जयपुर. बीजेपी ‘मिशन राजस्थान’ के तहत प्रदेश की सभी 25 सीटों जीत की हैट्रिक तय करने के लिए अपनी प्लान में जोरशोर से जुटी हुई है. प्लान के तहत भाजपा की अल्पसंख्यक मोर्चा टीम ने राजस्थान में मुस्लिम समाज का वोट और स्पोर्ट पार्टी को दिलाने के लिए खास रणनीति तैयार की है. भाजपा की अल्पसंख्यक मोर्चे की टीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी की मानें तो वे इस बात के लिए तो पूरे कॉन्फिडेंट हैं कि प्रदेश 25 सीटों पर उनकी जीत होगी.

सिद्दीकी के मुताबिक उनका मकसद है कि इस बार मुस्लिम वोटर्स का सपोर्ट भी भाजपा के लिए बढ़ता नजर आए. इसके लिए खास रणनीति तैयार की गई है. इसके तहत सूफी संवाद और पीएम नरेन्द्र मोदी की ओर से मुस्लिम समाज के लिए लिए गए खास फैसलों के बदौलत उनकी कोशिश है कि राजस्थान में भाजपा के लिए माइनॉरिटी की अच्छी वोटिंग हो. इसके लिए खास तैयारियां अल्पसंख्यक मोर्चा ने की हैं.

राजस्थान भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा न सिर्फ पीएम के अहम फैसलों को मुस्लिम समाज तक पहुंचाकर पार्टी के लिए वोट मांगेगा बल्कि सूफी संवाद कर प्रदेश की सभी अहम दरगाह और सूफी संतों की मदद भी लेगा. भाजपा इसके लिए 40 विधानसभा क्षेत्रों पर फोकस करेगी. इसके साथ ही मुस्लिम बाहुल्य वाली 25 विधानसभा क्षेत्रों में खास टीम तैयारी कर रही है. उन्हें लोकसभा चुनाव में खास जिम्मेदारियां बांटी जा रही हैं.

हर विधानसभा क्षेत्र में समुदाय की किस बिरादरी पर फोकस करना है. किस क्षेत्र में कौनसे महान सूफी संत की दरगाह है जहां संवाद करना है उसकी प्लानिंग पर जोर दिया जा रहा है. भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने हाल ही में जयपुर पहुंचकर इसके लिए टीम के साथ खास संवाद किया है. प्रदेश की कार्यकारिणी को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.

जमाल का कहना है कि विधानसभा चुनाव में हमने 40 सीटों पर खास फोकस किया था और उसके अच्छे नतीजे प्राप्त हुए थे. अब प्रदेश अध्यक्ष हमीद मेवाती की लीडरशिप में पूरी 25 सीटों की जिम्मेदारियां दी गई हैं. उसके बाद हर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटों पर जिम्मेदारियां दी गई हैं. इनमें मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों पर हमारा खास फोकस रहेगा. इनमें जयपुर, अलवर, बाड़मेर टोंक-सवाई माधोपुर, सीकर और झुंझुनूं जैसी लोकसभा सीटों पर अच्छे से काम किया जाएगा.

पारंपरिक तौर पर देखा जाए तो मुस्लिम समाज को भाजपा का कोर वोट बैंक नहीं माना जाता है. लेकिन इस बार भाजपा की अल्पसंख्यक मोर्चा की टीम इस सोच बदलने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही है. इसके नतीजे कितने बेहतर होंगे ये तो लोकसभा के लिए होने वाले मतदान के बाद ही पता चलेगा.

Tags: Jaipur news, Loksabha Elections, Rajasthan news, Rajasthan Politics

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