जिलाधीश से मिले पार्वती वैली एडवेंचर टूर आप्रेटर यूनियन के पदाधिकारी,
विभिन्न मुद्दों को लेकर दिया ज्ञापन
कुल्लू, 8 अप्रैल।
पार्वती वैली एडवेंचर टूर आप्रेटर यूनियन के पदाधिकारी व सदस्य घाटी की समस्याओं को लेकर जिलाधीश कुल्लू से मिले। उन्होंने एडवेंचर, ट्रेकिंग तथा सम्बद्ध गतिविधियों को लेकर हो रही अनियमितताओं को लेकर जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा।
पार्वती वैली एडवेंचर टूर आप्रेटर यूनियन के अध्यक्ष डीआर सुमन ने बताया कि उन्होंने पार्वती घाटी में ट्रैकिंग-गाईड को आवश्यक करना, सूचना केंद्र व चैक पोस्ट की स्थापना व बाहरी राज्यों से सम्बद्ध कंपनियों की जांच करवाने बारे जिलाधीश से मांग की है।
डीआर सुमन ने बताया कि कुल्लू जिला की प्रसिद्ध एवं चर्चित मनोरम पार्वती घाटी जहां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही है, इसके विपरीत यह घाटी कई अनहोनी घटनाओं की भी गवाह बनी है। विशेषकर ट्रैकिंग- एक्सपडिशन व पर्वतारोहण इत्यादि गतिविध्यिों की बात करें तो प्रत्येक वर्ष दर्जनों पर्यटकों, ट्रैकरों एवं पर्वतारोहियों के साथ दुर्घटनाओं की खबरें पढ़ने/सुनने को मिलती हैं। इन दुर्घटनाओं के मुख्य कारण निम्न हैंः –
1. अधधिकतर पर्यटक बिना टूरिस्ट-गाईड के पहाड़ों की ओर चले जाते हैं।
2. घाटी में सूचना केंद्र न होने के कारण बाहरी प्रदेशों व विदेशों से आने वाले प्रकृति प्रेमियों को उचित जानकारी नहीं मिल पाती है, जिस कारण वे जंगलों में भटकते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
3. पहाड़ों पर जाने वाले अध्किांश लोगों का कहीं पर भी पंजीकरण न होने के कारण स्थानीय आपदा प्रबंध्न दलों को उचित जानकारी नहीं मिल पाती, जिस कारण कई दिनों तक खोजी अभियान को अंजाम देना पड़ता है।
4. घाटी में दर्जनों बाहरी राज्यों की कंपनियां अवैध् रूप से कैंपिग कार्यों में सम्मिलित हैं, जिससे हिमाचल प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का घाटा होने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
5. कैंपिंग/होटल/ ट्रैकिंग बेस कैंप/होमदृस्टे इत्यादि में एंट्री रजिस्टर को अध्कि महत्त्व न देने के कारण पर्यटकों को लेकर पूरी जानकारी का आभाव रहता है।
6. किसी भी ट्रेकिंग रूट पर चैक-पोस्ट न हो पाने के कारण ट्रेकरों की वास्तविक संख्या की जानकारी पूर्णतः रिकॉर्ड में नहीं आ पा रही है, जिससे दुर्घटना या किसी अनहोनी के समय उचित डेटा नहीं मिल पाता है। चेक पोस्ट की स्थापना से अवैध् तरीके से चल नहीं साहसिक/पर्यटन गतिविध्यिों से भी छुटकारा मिल सकता है।
उन्होंने जिलाधीश कुल्लू से सभी मुद्दों का प्राथमिकता के आधर पर सुलझाने को लेकर संबंधित विभाग/एजेंसियों को यथासंभव निर्देष दें ताकि घाटी में हो रहे अपराध् एवं दुर्घटनाओं को रोका जा सकें।
इस दौरान उनके साथ चेत राम, महीन्द्र सिंह, भवानी दत्त, नैन प्रकाश, गुड्डू, पौश राज, जोगिन्द्र, कर्मी राम, विशाल, गिरधारी लाल व अन्य सदस्य साथ रहे।