भाजपा के संकल्प पत्र से देश मे उड़ी कांग्रेस की नींद: गोविंद
कांग्रेस की अंतर्कलह से हो रही टिकट आवंटन में देरी
जागृत हिमाचल।
भारत देश में अब कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी के प्रचंड लहर से घबरा गई है और भाजपा के संकल्प पत्र के वादों से कांग्रेस पार्टी की नींदे उड़ गई है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में भी व्यवस्था परिवर्तन का दौर चल रहा है और महिला, युवा, किसान, बागवान, जनता सब प्रदेश में विकास के नाम पर धोखा खा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी अपनी गारंटी पूरी नहीं कर पा रही। बल्कि झूठे सपने ही जनता को दिखा रही है। पत्रकारों को जानकारी देते हुए मंडी संसदीय क्षेत्र भाजपा के प्रभारी एवं पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि आपसी खींचतान के चलते चुनावों में कांग्रेस के टिकट बंट रहे हैं और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपनी ही बेटी को चुनाव लड़ने पर जोर दे रहे हैं। टिकट आवंटन में जो देरी हो रही है वह सिर्फ पार्टी की अंतर कलह के कारण हो रही है। पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में गरीबों के कल्याण, महिला सशक्तिकरण, युवा उत्थान, अन्नदाता के कल्याण पर फोकस किया गया है और मध्यम वर्ग परिवारों पर ध्यान केंद्रित कर यह संकल्प पत्र में कई बातें लिखी गई है। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाया गया है और वरिष्ठ नागरिकों को भी इससे बड़ा सहारा मिला है। हिमाचल में आयुष्मान भारत और हिम केयर योजना के 300 करोड़ रुपए रोके गए हैं। जिस पर आईजीएमसी के 70 करोड़ और टांडा मेडिकल कॉलेज के लगभग 90 करोड रुपए प्रदेश सरकार के द्वारा रोके गए हैं। वहीं कांग्रेस के केंद्रीय संकल्प पत्र से ओल्ड पेंशन स्कीम का गायब होना भी अपने आप में सवाल है। पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि निगम और बोर्ड से सेवा निवृत 6730 अधिकारी व कर्मचारी अपनी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार इस पर बिल्कुल चुप है। कांग्रेस सरकार ने लोन लिया और घी की तरह पिया और अब भाजपा को इस मामले में दोष दे रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने 15 महीने में 18000 करोड रुपए का ऋण लिया है। पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि महिलाओं को हर महीने ₹1500 देने की बात कर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें गुमराह किया। जबकि भाजपा आज कांग्रेस सरकार से पूछता है कि प्रदेश में 1000 से अधिक सरकारी संस्थान बंद करने की क्या जरूरत थी। कांग्रेस सरकार क्या नहीं चाहती थी की जनता को घर द्वार पर कोई सुविधा मिले। कांग्रेस के नेता अब केवल झूठे आरोप लगा रहे हैं और झूठे केस बनाने में कांग्रेस के नेता काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा की अगर बात करें तो समग्र शिक्षा में बेहतर कार्य म लिए हिमाचल को केंद्र से 966 करोड रुपए की राशि दी गई है। इस दौरान स्टार्स प्रोजेक्ट के तहत भी प्रदेश को 305 करोड रुपए दिए हैं और इस योजना के तहत शिक्षा में सुधार भी हुआ है। इसके अलावा शिक्षकों के प्रशिक्षण दौरे भी आयोजित किए गए हैं। लेकिन मुख्यमंत्री केंद्रीय योजनाओं का श्रेय भी अब लेने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि अगर आपदा के समय की बात करें तो उस दौरान केंद्र सरकार के द्वारा 21000 पक्के मकान, आपदा राहत राशि के रूप में 1780 करोड रुपए, 27000 किलोमीटर सड़कों के विस्तार के लिए धनराशि दी गई है। इसके अलावा रेलवे के लिए भी 1838 करोड रुपए मंजूर किए गए हैं तथा 258 किलोमीटर की चार परियोजनाओं पर काम चल रहा है। देश में 80 करोड़ और हिमाचल में 18 लाख रुपए राशन के क्षेत्र में खर्च किए गए हैं हिमाचल में आयुष्मान भारत योजना के तहत 15 लाख 95000 लाभार्थियों को इसका लाभ मिला है तथा एम्स के लिए भी 1471 करोड रुपए तथा 247 एकड़ भूमि का प्रावधान किया गया है। हिमाचल में शिमला, हमीरपुर, टांडा, नाहन, चंबा, मंडी बिलासपुर में मेडिकल कॉलेज खोले गए तथा धौला कुआं आईआईएम के लिए भी 309 करोड रुपए की राशि जारी की गई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बात करें तो इससे 4 लाख 9738 किसान लाभान्वित हुए हैं तथा एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए भी 2200 करोड रुपए की वित्तीय मदद केंद्र सरकार के द्वारा दी गई है।